शिमला। हिमाचल में मंत्रिमंडल में बदलाव हो सकता है। पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में सीएम जयराम ठाकुर ने इस बात के संकेत दिए हैं। सीएम जयराम ने कहा, तीन दिन चले भाजपा की बैठकों के बाद शुरू हुई मंत्रिमंडल में बदलाव की चर्चाओं पर कहा कि प्रदेश के आला नेताओं ने रिपोर्ट बनाकर केंद्रीय नेतृत्व को भेज दी है। केंद्रीय नेतृत्व जब कहेगा तो वह भी अपनी रिपोर्ट उनके सामने रखेंगे और सारे पहलुओं पर गौर करने के बाद निर्णय लिया जाएगा।
शनिवार को दिल्ली दौरे पर जाने को लेकर सीएम ने कहा कि वह दिल्ली में रह रहे हिमाचल वासियों के एक संगठन की ओर से चंबा रुमाल पर एक कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। साथ ही पांच दिसंबर को स्वर्णिम हिमाचल के तहत मैराथन को हरी झंडी दिखाएंगे। इसके बाद वह केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया और नड्डा के साथ ही बिलासपुर में होने वाले कार्यक्रम में शिरकत करेंगे।
सीएम ने कहा कि इलेक्ट्रिक वाहनों के उपयोग व निर्माण के लिए बनी पॉलिसी में पहले चरण में बद्दी, धर्मशाला, शिमला और मनाली जैसे शहरों को रखा जाएगा ताकि वहां आने वालों को चार्जिंग की सुविधा मिल सके। साथ ही लोगों को भी इलेक्ट्रिक वाहनों को खरीदने के लिए प्रेरित किया जाएगा ताकि वहां प्रदूषण के स्तर को कम करने में मदद मिल सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 27 दिसंबर को सरकार के चार साल पूरे होने पर कार्यक्रम को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आने का आग्रह किया है। कोशिश यह है कि मंडी में कार्यक्रम हो लेकिन पीएमओ से निर्देश आने के बाद ही अंतिम फैसला लिया जाएगा। इस कार्यक्रम में ही सावड़ा कुड्डू, धौला सिद्ध ओर लुहरी में प्रस्तावित करीब 4200 करोड़ की तीन जल विद्युत परियोजनाओं का शिलान्यास कर सकते हैं और करीब 7000 करोड़ की लागत से बनने वाले रेणुका डैम की सीसीए क्लीयरेंस मिल जाती है तो उसका भी शिलान्यास पीएम से करने का आग्रह किया जाएगा। उद्योगपतियों की मौजूदगी में 15 हजार करोड़ से ज्यादा की ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी भी की जाएगी। पांच दिसंबर को दिल्ली में उद्योगपतियों के साथ होने वाली बैठक को उद्योग मंत्री के पारिवारिक कार्यक्रम में व्यस्तता के चलते टाला गया है। अब उस कार्यक्रम का आयोजन विधानसभा के शीत सत्र के बाद किया जाएगा। उम्मीद है कि तब तक करीब बीस हजार करोड़ के एमओयू प्रदेश सरकार और उद्योगपतियों के बीच हो जाएंगे।
साभार-अमर उजाला