मां-बाप का सिर गर्व से ऊंचा हो जाता है जब उनके बच्चे किसी मुकाम पर पहुंचते हैं। ऐसा ही कुछ कर दिखाया है हिमाचल की दो बेटियों ने। कठिन परिश्रम के पंख लगाकर दोनों ने कामयाबी की उड़ान भरी है।
मंडी के उपमंडल करसोग की रहने वाली सुमिता वर्मा ने सेना में नर्सिंग लेफ्टिनेंट पास आउट होकर मां-बाप और क्षेत्र का मान बढ़ाया है। सुमिता वर्मा की इस कामयाबी से क्षेत्र में खुशी की लहर है। घर में बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। सुमिता के पिता व्यापार करते हैं और मां गृहिणी हैं। सुमिता ने शुरुआती शिक्षा करसोग से हासिल की।
वहीं ऊना के डैहण की शिखा शर्मा भी भारतीय सेना में नर्सिंग लेफ्टिनेंट बनी हैं। शिखा की पहली पोस्टिंग दिल्ली में हुई है। शिखा ने बताया कि उनके दादा स्वर्गीय देवा दास सेना में थे और पिता भी रिटायर्ड सूबेदार हैं। इसलिए बचपन से उनका सपना सेना में जाने का था।