भगवान के घर में देर है पर अंधेर नहीं। पौराणिक कथाओं के अनुसार अगर आप सच्चे मन से भगवान की पूजा करते हैं तो भगवान भी अपने भक्तों की हर मनोकामना पूरी करते हैं।
हिमाचल के सुप्रसिद्ध शक्तिपीठ चिंतपूर्णी में
मत्था टेकने आई दो युवतियों की कहानी भावुक कर देने वाली है। दो लड़कियां भरवाईं
में दंडवत होकर मंदिर जा रही थीं। कोई इनकी तस्वीरें खींच रहा था तो कोई वीडियो
बना रहा था। दरअसल दोनों बेटियों की मनोकामना पूरी हो गई थी। जब दोनों बेटियों ने अपनी
मनोकामना के बारे में बताया तो लोग भावुक हो गए।
दोनों बेटियों ने पिता के अच्छे स्वास्थ्य लाभ
की मनोकामना मांगी थी, जो पूरी हो गई थी। इस मनोकामना के पूर्ण होने पर दोनों
बेटियों दंडवत होकर माता के दर्शन करने जा रही थीं। मौके पर मौजूद लोगों की जुबां
पर बस एक ही बात थी भगवान ऐसी बेटियां सबको दे।
आपको बता दें कि श्रद्धालु परिवार अमृतसर का
रहने वाला था। गगनप्रीत और गुरप्रीत के पिता गंभीर बीमारी से ग्रसित थे और चलने
फिरने मे भी सक्षम नहीं थे। जब पिता की सेहत में कोई सुधार होता नहीं दिख रहा था
तो उन्होंने माता चिंतपूर्णी से कामना की थी कि अगर पिता ठीक हो जाएंगे तो वे मां
चितपूर्णी के दर्शन करने के लिए दंडवत होकर आएंगी। दोनों बेटियों का कहना है कि चमत्कारी
ढंग से पिता की सेहत में दिन-प्रतिदिन सुधार होने लगा। अब पिता पूरी तरह स्वस्थ
हैं। वहीं मंदिर अधिकारी अभिषेक भास्कर ने दोनों बेटियों को माता का स्मृति चिन्ह
देकर सम्मानित किया।