कांगड़ा। देश में कोरोना संक्रमण से अभी तक कई लोग अपनों को गवा चुके हैं। हजारों बच्चे अनाथ हो गए, राज्य सरकारें अपने स्तर पर इन बच्चों की देखभाल के लिए काम कर रही हैं, लेकिन बहुत लोग बच्चों को गोद लेकर उनकी जिंदगी संवारने की पहल भी कर रहे हैं इसी कड़ी में हिमाचल के विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार ने भी हाथ बढ़ाया है।
सुलह विधानसभा के डगेरागांव की कशिश राणा अभी आठ
साल की है। कशिश के पिता की पहले ही मौत हो चुकी है और अब कोरोना ने मां सुनीता को
भी अपना शिकार बना लिया। इस मुश्किल वक्त में विपिन परमार और उनका परिवार इस बच्ची
के लिए सहारा बने हैं। विपिन परमार और उनकी पत्नी शर्मीला परमार ने कशिश को गोद
लिया है। अब कशिश की पढ़ाई लिखाई और अन्य सारा खर्च विपिन परमार ही करेंगे।
विधान सभा अध्यक्ष विपिन परमार कशिश के घर डगेरा पहुंचे और परिजनों से भेंट कर इस घटना पर दुख जताया। उन्होंने अपनी तथा सरकार की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
उन्होंने कहा कि इस बेटी की परवरिश में कहीं पर कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार भी अपनी ओर ऐसे बच्चों की सहायता के लिए कदम उठा रही है, जिन्होंने अपनों को इस महामारी के दौरान खोया है, इसलिए सभी लोग भी ऐसे कार्यों को लेकर आगे आएं ताकि कोई भी बेसहारा न रह जाए।