22 साल से मां जिस दर्द को दिल में दबाकर बैठी थी, आज मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के सामने उसे सुनाते सुनाते रो पड़ी, मां का दर्द और उसकी आंखों में आसूं देखकर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी भावुक हो गए।
दरअसल द्रंग विधानसभा क्षेत्र के दौरे के दौरान एक महिला हाथ जोड़कर सीएम जयराम के काफिले के आगे आ गई। सिक्योरिटी ने महिला को रोकना चाहा तो सीएम ने अपने सुरक्षा बलों को रोकने से मना किया और महिला से उसकी तकलीफ पूछी। ग्राम पंचायत टांडू के पाखरी गांव की लक्ष्मी देवी का बेटा 22 साल से कोमा में है। महिला ने बताया कि बेटे का इलाज कराते कराते उनकी आर्थिक हालत काफी खराब हो चुकी है। पति का देहांत हो चुका और बाकी परिवार मां और बीमार बेटे से अलग रहता है। ये सुनकर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भावुक हो गए और महिला की मदद के लिए और बेटे का हाल जानने उनके घर चले गए।
मुख्यमंत्री ने जब बेटे की हालत देखी तो दंग रह गए। बेटे को खाना खिलाने के लिए पाइप लगाई गई थी और वो बिस्तर पर ही पिछले 22 साल से पड़ा था। सीएम ने लक्ष्मी देवी के आंसू पोंछे और उनका हौसला बढ़ाया। सीएम ने मौके पर ही महिला को एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की। साथ ही जिला प्रशासन को आर्थिक मदद का स्थायी प्रबंध करने के लिए सहारा योजना में शामिल करने को कहा।
मुख्यमंत्री के इस तरह से मदद को आगे आने पर लक्ष्मी देवी ने उनका रोते हुए आभार जताया। उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद थी कि मुख्यमंत्री उनकी समस्या को जरूर सुनेंगे लेकिन खुद घर आकर यह सोचा नहीं था। आपको बता दें कि सहारा योजना में बीमारी के कारण लाचारी झेल रहे रोगियों के लिए हर महीने तीन हजार रुपये की आर्थिक मदद का प्रावधान है।