हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के सरकाघाट में एक ऐसा खुलासा हुआ जिसके बारे में जानकर आप भी हैरान हो जाएंगे। एक सरकारी कर्मचारी ने काम में ऐसी लापरवाही बरती कि हजारों जिंदगियां बर्बाद हो गईं।
दरअसल सरकाघाट के गांव बस्थला में एक महिला डाक विभाग में डाकिया है। ऊषा नाम की महिला पर ससुरालवालों ने पति को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया। फिलहाल महिला जेल में बंद है। ससुर और जेठ ने कहा कि महिला ने सिर्फ पति को ही तंग नहीं किया बल्कि उसने हजारों जिंदगियां बर्बाद की हैं। महिला के घर से हजारों कॉल लेटर, प्रमाण पत्र, ज्वाइनिंग लेटर, रजिस्ट्रियां, रसीदें और भी कई जरूरी सरकारी कागजात मिले हैं जो लोगों तक नहीं पहुंचाए गए। इन कागजों की डिलीवरी नहीं होने से किसी को नौकरी नहीं मिली तो किसी को और परेशानी उठानी पड़ी।
सरकाघाट डाकघर के निरीक्षक आशीष कुमार का कहना है कि आरोपी महिला डाकिया को निलंबित कर दिया गया है। जो डाक दस्तावेज उसके घर से मिले हैं उन्हें किसी दूसरे कर्मचारी की ड्यूटी लगाकर पहुंचाया जाएगा।
आपको बता दें कि 2014 से लेकर अभी तक महिला की तैनाती 14 स्टेशनों पर हुई जिनमें से नबाही, चोलथरा, रखोह, सरकाघाट, बेहना, बलद्वाड़ा, गोपालपुर, नरोला जगहें भी शामिल हैं।