लाहौल और कुल्लू में न्यूनतम तापमान गिरने से झील, झरने और नाले जमना शुरू हो गए हैं। प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में बुधवार को मौसम खराब रहा। हालांकि किसी भी जगह बारिश या बर्फबारी नहीं हुई। जलोड़ी दर्रा के साथ माता बूढ़ी नागिन के कपाट पांच माह के लिए बंद कर दिए गए हैं। कुल्लू-मनाली सैर सपाटे को पहुंचे सैलानी शीतलहर और ठंड के बीच अटल टनल रोहतांग होकर सिस्सू व कोकसर पहुंचे।
लाहौल-स्पीति प्रशासन ने सैलानियों के साथ आम लोगों को भी मौसम को भांपकर ही अटल टनल रोहतांग होकर आवाजाही करने की हिदायत दी है। मंगलवार रात को केलांग में न्यूनतम तापमान माइनस 3.4, कल्पा में 2.0, मनाली में 2.2, भुंतर में 3.0, सोलन में 5.5, शिमला-ऊना में 6.8 और धर्मशाला में 7.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। बुधवार को मंडी में अधिकतम तापमान 21.2, कांगड़ा-ऊना में 20.7, चंबा में 19.2, नाहन में 17.9, धर्मशाला में 17.2, हमीरपुर में 16.5, बिलासपुर में 15.0, सोलन में 14.0, मनाली में 12.0, शिमला में 11.0, केलांग में 11.3, डलहौजी में 10.7 और कल्पा में 8.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने दिसंबर में हिमाचल प्रदेश में सामान्य से कम बारिश होने का पूर्वानुमान जताया है। हालांकि तापमान में कमी आने की संभावना है। विज्ञान केंद्र की ओर से जारी बुलेटिन में बताया गया है कि उत्तर पश्चिम भारत में दिसंबर के दौरान हल्की बारिश होने के आसार हैं।