शिमला। हिमाचल में फर्जी डिग्री मामले में ईडी ने मानव भारती विश्व विद्यालय की 194 करोड़ 17 लाख रुपये की संपत्ति अटैच की है। अब हिमाचल पुलिस भी एक्शन मोड में आ गई है।
सोलन के सुल्तानपुर में मानव भारती यूनिवर्सिटी है। इस विश्व विद्यालय
की अभी तक 36 हजार डिग्रियां फर्जी पाई गई हैं। सीआईडी मामले की जांच कर रही है और
सीआईडी की एसआईटी ने अभी तक 41 हजार डिग्रियों की जांच की है जिनमें से निजि
शिक्षण संस्थान नियामक आयोग ने सिर्फ 5000 डिग्रियां ही सही पाई हैं, बाकी की
36000 डिग्रियां फर्जी पाई गईं।
सीआईडी ने जांच के दौरान 55 हार्ड डिक्स को कब्जे में लिया था जिनमें
से 14 की ही जांच हो पाई है। अभी तक की जांच में सामने आया है कि फर्जी डिग्रियां
बेचकर 440 करोड़ की संपत्ति बनाई गई है।
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इसी मामले को लेकर शनिवार को शिमला में हिमाचल पुलिस के डीजीपी संजय
कुंडू ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मानव भारती विश्व
विद्यालय को लेकर हिमाचल पुलिस जल्द ही एफआईआर दर्ज करेगी।
कुंडू ने बताया कि राज्य के किसी शिक्षण संस्थान में 194 करोड़ के मनी
लॉन्ड्रिंग का ऐसा पहला मामला सामने आया है। उन्होंने कहा कि ईडी ने संपत्ति अटैच
कर दी है। कुंडू ने ये भी बताया कि इस मामले के तार 17 राज्यों में है। इनमें
पंजाब, हरियाणा जम्मू कश्मीर, उत्तर प्रदेश, बिहार, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश, केरल
समेत और भी कई राज्य हैं।
डीजीपी संजय कुंडू ने बताया कि मानव भारती विश्व विद्यालय पर फेक
डिग्री का आरोप था और सोलन के धर्मपुर थाने में तीन एफआईआर भी दर्ज हैं। सीआईडी के
एडीजी एन वेणुगोपाल की अध्यक्षता वाली 19 सदस्यों वाली टीम मामले की जांच कर रही
है। डीजीपी कुंडू ने एसआईटी प्रमुख एन वेणुगोपाल और टीम की सराहना की।
कुंडू ने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर चाहते तो ये केस सीबीआई को
भी दे सकते थे लेकिन उन्होंने पुलिस पर भरोसा जताया और हम उनकी उम्मीदों पर खरा
उतर रहे हैं। कुंडू ने सीएम जयराम का आभार जताया।