गाजियाबाद। किसान नेता राकेश टिकैत के समर्थन में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के नेता किस तरीके से सोशल मीडिया पर कैंपेन चला रहे हैं उसका सच जानिए।
गाजीपुर बॉर्डर पर 28 जनवरी से हाई बोल्टेड ड्रामा चल रहा है। धरना खत्म कराने के लिए सीएम योगी के आदेश के बाद से गाजीपुर बॉर्डर पर राकेश टिकैत भड़काऊ भाषण दे रहे हैं और भीड़ को उकसा रहे हैं।
पहले खबर आई कि राकेश टिकैत सरेंडर कर रहे हैं, लेकिन गाजियाबाद डीएम
के गाजीपुर बॉर्डर खाली करने के आदेश के बाद आंदोलनकारियों में अफरा-तफरी मच गई।
राकेश टिकैत ने भाषण दिया जिसे सोशल मीडिया पर खूब वायरल भी किया गया। राकेश टिकैत
ने कहा कि अब यहां पर गोली चलेगी और वो सरेंडर नहीं करेंगे। राकेश टिकैत ये कहते
हुए दिखे कि अगर कृषि कानून वापस नहीं लिए गए तो वो आत्महत्या कर लेंगे।
इन सभी के बीच एक बात गौर करने वाली है कि 28 जनवरी के दिन राकेश
टिकैत का विकिपीडिया अपडेट किया गया। जिसमें लिखा गया कि बड़े भाई नरेश टिकैत
सिर्फ नाम के अध्यक्ष हैं पार्टी के सभी फैसले राकेश टिकैत ही लेते हैं। जिस तरीके
से कांग्रेस और आम आदमी पार्टी की सोशल मीडिया टीम राकेश टिकैत के प्रॉपागैंडा को
आगे बढ़ा रही है उससे साफ जाहिर हो रहा है कि मामला गड़बड़ है।
28 जनवरी की शाम को RakeshTikait के नाम कई सारे वैरिफाइड ट्विटर हैंडल दिखने लगे। जब टीम ने सोशल मीडिया रिसर्च की तो पता चला ये सारे हैंडल एनएसयूआई और आम आदमी पार्टी के नेताओं के हैं।
#Rakeshtikait के नाम से ब्लू टिक यानि वैरिफाइड अकाउंट का
यूजरनेम SaimonFarooqui है। ये हैंडल 2015 में बनाया गया है। ये हैंडल एनएसयूआई के पूर्व
राष्ट्रीय सचिव और सोशल मीडिया इंचार्ज का है, लेकिन सोशल मीडिया के जरिए लोगों तक
राकेश टिकैत का वीडियो पहुंचाने के लिए, आलाकमान के इशारे पर
Saimon Farooqui इस प्रॉपागैंडा को आगे बढ़ाने में लगे गए।