शिमला। हिमाचल की सियासत उस वक्त गर्मा गई जब राज्य के 6 बार मुख्यमंत्री रहे वीरभद्र सिंह ने सक्रिय राजनीति को अलविदा कहा, लेकिन थोड़े समय के बाद उनके सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट अपडेट हुई, जिसने सारी स्थिति को साफ कर दिया।
दरअसल वीरभद्र सिंह ने गुरुवार को सोलन के अर्की से अगला विधानसभा
चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान किया। इसके कुछ देर बाद उन्होंने फेसबुक के माध्यम से संकेत
दिए कि वो दोबारा चुनाव लड़ेंगे।
वीरभद्र सिंह ने अपनी पोस्ट में लिखा, “ आज मीडिया ने मेरे चुनाव ना लड़ने वारे
हल्के फुल्के व्यंग्य को गंभीरता से ले लिया। मेरा चुनाव लड़ना या न लड़ना भविष्य
के गर्भ में छिपा है। जो सक्रिय राजनीति में है उन्हें एक ना एक दिन रिटायरमेंट
लेनी है, ये एक सत्य है परंतु कब लेनी है ये प्रदेश की जनता और उस समय की राजनीतिक
परिस्थितियां तय करेंगी। प्रदेश के लोगों ने मुझे हमेशा बहुत प्यार और मान सम्मान
दिया और छह बार प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में सेवा करने का अवसर दिया। अत: राजनीति से संन्यास
के विषय को मैं भविष्य की राजनीतिक गतिविधियों पर छोड़ता हूं। मैं कांग्रेस पार्टी
की मजबूती के लिए पूरे जोश के साथ लोगों के बीच आ जा रहा हूं। इसलिए इस तथ्य को
गंभीरता से न लिया जाए। जब तक मां भीमाकाली चाहेगी मैं प्रदेश की सेवा करता
रहूंगा।“
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हालांकि वीरभद्र सिंह के इस बयान के बाद ये साफ हो गया है कि वो अभी
सक्रिया राजनीति से संन्यास नहीं ले रहे हैं और अगला विधानसभा चुनाव भी लड़ सकते
हैं।