छत्तीसगढ़ के बीजापुर में शनिवार को नक्सलियों के साथ मुठभेड़ के बाद 21 जवान लापता हो गए थे। रविवार को घटनास्थल के पास से 17 सुरक्षाबलों के शव बरामद कर लिए गए हैं। इसके साथ ही शहीद होने वाले जवानों की संख्या 22 हो गए हैं।
#WATCH छत्तीसगढ़ के सुकमा-बीजापुर बॉर्डर में हुए नक्सली हमले में 22 सुरक्षाकर्मियों की जान चली गई। (वीडियो घटनास्थल से ) pic.twitter.com/1X88UcmcLz
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 4, 2021
Tributes to our courageous security personnel who were killed in action while fighting against the Left Wing Extremists at Sukma-Bijapur border in Chhattisgarh. They fought with utmost courage and their sacrifice will never be forgotten. My deepest condolences to their families.
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) April 4, 2021
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने छत्तीसगढ़ के सुकमा में हुए नक्सली हमले पर दुख जताया और शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं। pic.twitter.com/mupKqm9yaX
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 4, 2021
एसपी बीजापुर कमलोचन
कश्यप ने बताया कि नक्सली हमले में 22 सुरक्षाकर्मी शहीद हुए हैं। राष्ट्रपति
रामनाथ कोविंद ने छत्तीसगढ़ में हुए नक्सली में जान गंवाने वाले जवानों के
परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की
पूरा मामला
छत्तीसगढ़ के बीजापुर-सुकमा
बॉर्डर पर तररेम में नक्सलियों और पुलिस के बीच मुठभेड़ में पिछले दिन भारत माता
के 5 जवान शहीद हो गए थे। वहीं जवानों ने नौ नक्सलियों को भी ढेर कर दिया।
दुश्मनों से लोहा लेते हुए भारत मां के 5 लाल शहीद, 30 घायल और 21 लापता, वीडियो
आईजी बस्तर पी सुंदरराज
ने जानकारी देते हुए बताया था कि DRG और CRPF के जवानों की नक्सलियों के साथ मुठभेड़ जिसमें
डीआरजी के 3 और सीआरपीएफ के 2 जवान शहीद हो गए। वहीं जवाबी कार्रवाई में जवानों ने
9 नक्सलियों को मार गिराया है।
2 फरवरी 2021 को लोकसभा
में नक्सली घटनाओं को लेकर सरकार से जानकारी मांगी गई थी। उस समय गृह राज्यमंत्री
जी. किशन रेड्डी ने जवाब देते हुए कहा था कि नक्सली घटनाओं में कमी हुई है। 2018
में 833 नक्सली घटनाएं हुईं, 2019 में ये घटकर 670 रह गईं, 2020 में ये घटकर 665
हो गईं।
लेकिन, छत्तीसगढ़ में
नक्सली घटनाएं बढ़ी हैं। तीन साल में 2018-20 तक छत्तीसगढ़ में 970 नक्सली घटनाएं
हुईं जिनमें 113 सुरक्षाबल शहीद हुए।
रोते हुए बोली शहीद की पत्नी, मेरे जीवन के सारे रंग उन्हीं के साथ चले गए
आपको बता दें कि एसटीएफ,
डीआरबी, सीआरपीएफ और कोबरा के लगभग 400 सुरक्षाबल नक्सल विरोधी अभियान में जुटे
हुए हैं। मार्च में नक्सलियों ने जवानों से भरी बस में आईईडी ब्लास्ट किया था
जिसमें 5 जवान शहीद हो गए थे।