आज पूरा देश होली के पर्व में झूम रहा है। रंगों
के इस त्योहार में हर कोई खुशियां मना रहा है, लेकिन शहीद अशोक कुमार के घर में
मातम पसरा हुआ है। पत्नी, मां और बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल है। पत्नी सुषमा का
कहना है कि मेरी जिंदगी के सारे रंग उन्हीं के साथ चले गए।
शहीदों को श्रद्धांजलि: देश की खातिर अपने प्राणों का बलिदान देने वाले जवान अमर रहें
पालमपुर के धेरू गांव के रहने वाले शहीद अशोक
कुमार काफी मिलनसार व्यक्ति थे। वे कबड्डी और बॉलीबॉल के अच्छे खिलाड़ी थे। 2004
में उन्होंने सीआरपीएफ ज्वाइन की। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी शहीद अशोक कुमार
की शहादत पर गहरा दुख प्रकट किया।
होली पर बच्चों के लिए पापा लाए थे गुलाल, आधी रात को घर में आग लगने से परिवार की मौत
आपको बता दें कि 25 मार्च को श्रीनगर में पेट्रोलिंग
कर रही सीआरपीएफ जवानों की गाड़ी पर आतंकियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। इस
गोलीबारी में सीआरपीएफ के 4 जवान घायल हो गए। घायलों को फौरन अस्पताल में भर्ती
कराया गया, जहां पर हिमाचल के अशोक कुमार और त्रिपुरा के देब बर्मा ने दम तोड़
दिया। शुक्रवार को शहीद अशोक की पार्थिव देह उनके पैतृक गांव में लाई गई और शनिवार
को अंतिम संस्कार किया गया।