गौरा ने पिछले डेढ़ साल से एक भी छुट्टी नहीं ली और बिना रुके बिना थके कोरोना काल में सेवाएं दे रही हैं। सबसे अच्छी बात ये रही है उन्होंने कोरोना नियमों का अच्छे से पालन भी किया और डेढ़ साल में एक बार भी कोरोना की चपेट में नहीं आईं।
धर्मपुर अस्पताल में कोरोना मरीज महिला की सफल डिलीवरी करवाने और उसके बाद स्योह में डॉ. राजेंद्र शर्मा के साथ वहां भी करोना पीड़ित महिला की घर में ही सफल डिलीवरी करवाने में वार्ड सिस्टर गौरा का विशेष योगदान रहा है।
ये वो कठिन समय है जब अपने ही अपनों का साथ छोड़ जा रहे हैं। इस स्थिती में भी वार्ड सिस्टर गौरा दूसरों की मदद के लिए दिन-रात लगी हुई हैं। कोरोना वॉरियर्स को न्यूज जंक्शन की ओर से सलाम।