लाहौल स्पीति। मीठा मीठा गप गप और कड़वा कड़वा थू थू। ये कहावत विपक्ष के उन नेताओं पर सटीक बैठती है जिन्होंने हिमाचल सरकार के नए हेलीकॉप्टर पर जमकर राजनीति की थी। जिस हेलीकॉप्टर पर विपक्ष ने जमकर सियासत की, सीएम जयराम ने आते ही उसे जनता को समर्पित कर दिया। नए हेलीकॉप्टर की पहली उड़ान का इस्तेमाल सीएम ने जनसभा के लिए नहीं बल्कि लाहौल घाटी में फंसे लोगों के रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए किया।
ये वही हेलीकॉप्टर है
जिसके इस्तेमाल को विपक्ष ने फिजूलखर्ची बताया था, लेकिन आज यही हेलीकॉप्टर
सैकड़ों जिंदगियों को बचाने के काम आ रहा है। लाहौल स्पीति में भारी बारिश के बाद
कुदरत का कहर टूट पड़ा। किसी ने अपनों को खोया तो किसी का घर-मकान लैंड स्लाइड और
बाढ़ की चपेट में गया। मंगलवार को बादल फटने से नालों में आई बाढ़ से लाहौल घाटी
में फंसे पर्यटकों और स्थानीय लोगों को रेस्क्यू कर लिया गया है। सीएम जयराम ने
मंगलवार को ही हेलीकॉप्टर से लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के आदेश दे दिए
थे, लेकिन लगातार खराब मौसम के चलते रेस्क्यू में रुकावट आती रही। रविवार को मौसम
साफ होते ही हिमाचल सरकार ने रेस्क्यू अभियान शुरू किया और फंसे हुए लोगों को तांदी
हेलीपैड पर सुरक्षित उतारा।
भारी बारिश, लैंड स्लाइड
और बाढ़ से लाहौल स्पीती में काफी नुकसान हुआ है। सीएम ने दौरा पर नुकसान का जायदा
लिया और अधिकारियों से लोक निर्माण, जल शक्ति, बिजली बोर्ड,
कृषि और बागवानी क्षेत्र में हुए नुक्सान की
विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। सीएम जयराम ने पट्टन वैली में स्पैन के निर्माण के
निर्देश दिए गए हैं ताकि सड़क की पूरी बहाली तक किसानों को वैकल्पिक सुविधा मिल
सके।
हेलीकॉप्टर के इस्तेमाल
करने पर मुख्यमंत्री पर भूखे शेरों की तरह टूट पड़ने वाला विपक्ष अब रेस्क्यू
ऑपरेशन में लगे हेलीकॉप्टर पर दो शब्द भी कहता हुआ नहीं दिख रहा।