एचएएस अधिकारी बनी चंबा की शिखा का परिवार ने गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। भटियात के गांव मंगनूह की शिखा की कामयाबी की पूरे प्रदेश में चर्चा हो रही है। शिखा ने बना कोचिंग के हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षा पास की है।
शिखा सात बहनों में सबसे छोटी हैं। माता के निधन
के बाद पिता ने सभी को पढ़ाया लिखाया और बाकी बहनों की शादी की। शिखा बचपन से ही
पढ़ने लिखने में होशियार है। शिखा का सपना था कि वो प्रशासनिक सेवाओं में जान
चाहती थी। अब वो सपना साकार हुआ है।
पढ़िए HAS बनी शिखा के संघर्ष की कहानी, कामयाबी पर छलके आंसू, कहा- पिता ने हर कदम पर साथ दिया
शिखा ने बताया कि उन्होंने बिना कोचिंग के खुद घर
में ही तैयारी की। शिखा ने इससे पहले तीन बार एचएएस की परीक्षा दी, लेकिन असफलता
ही मिली। पर उन्होंने हार नहीं मानी। इस बार शिखा ने पूरे प्रदेश में चौथा स्थान
हासिल किया।
भेड़पालक का बेटा बना HAS अफसर, तो दूसरी तरफ बिना कोचिंग के बेटी ने किया टॉप
शिखा अपनी कामयाबी का पूरा श्रेय अपने पिता को देती हैं। वो कहती हैं कि मेरे पिता मेरे लिए प्रेरणा स्त्रोत हैं। जिन्होंने हर मोड़ पर मेरा साथ दिया। वहीं बेटी की कामयाबी पर पिता भी गर्व महसूस कर रहे हैं। पिता का कहना है कि बेटियों को पढ़ाओ लिखाओ।