शिमला के चौपाल के गांव क्यारना के रहने वाले कुलवंत सिंह पोटन ने एचएएस परीक्षा में पास होकर बता दिया कि कड़ी मेहनत से हर कार्य संभव है।
कुलदीप सिंह पोटन का
हिमाचल प्रदेश प्रशासनिक सेवाओं में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग से हुआ है। कुलदीप
सिंह के पिता गुलाब सिंह पोटन भेड़पालक हैं और मां शांति देवी गृहिणी हैं। कुलवंत
सिंह यूको बैंक में बतौर मैनेजर के रूप में सेवाएं दे चुके हैं। उन्होंने नौकरी
छोड़कर एचएएस की तैयारी की और सफलता हासिल की।
कुलवंत ने कहा कि वह आज
जो भी हैं, उनके पिता गुलाब सिंह
पोटन की बदौलत हैं। बैंक की नौकरी के साथ प्रशासनिक सेवा परीक्षा की तैयारी जारी
रखी। प्रशासनिक सेवा करते हुए हमेशा आमजन के लिए उपलब्ध रहेंगे। लोगों की समस्याओं
को दूर करने और सरकार की योजना आमजन तक पहुंचाने का प्रयास करेंगे।
आपको बता दें शनिवार को हिमाचल
लोक सेवा आयोग ने हिमाचल प्रदेश प्रशासनिक सेवा का रिजल्ट घोषित किया। परीक्षा के
आधार पर नौ एचएएस, तीन बीडीओ,
दो तहसीलदार, एक प्रिंसिपल/पीआरटीआई, दो डीईओ और एक एफसीएस एंड सीए चुने गए हैं। एचएएस की
प्रारंभिक परीक्षा 13 सितंबर 2020 में हुई थी। एक से सात दिसंबर 2020 तक मुख्य परीक्षा का आयोजन हुआ। 15 से 20 मार्च के दौरान पर्सनेलिटी टेस्ट लिए गए और इसी के आधार पर मेरिट लिस्ट जारी
की गई। सामान्य श्रेणी से अमित कलथेक, मयंक शर्मा, अर्शिया शर्मा,
शिखा और आकांक्षा शर्मा का एचएएस के लिए चयन
हुआ है। ओबीसी वर्ग से अभिषेक एचएएस के लिए चुने गए हैं। इनके अलावा अंशुल शांडिल
बीडीओ, दीक्षित राणा डीसी/एफसीएस
एंड सीए, अक्षय शर्मा डीईओ,
अनुसूचित जनजाति वर्ग से ओशिन एचएएस, विवेक गुलेरिया बीडीओ, प्रियंका बीडीओ, उमेश प्रिंसिपल/पीआरटीआई, मोहित रतन
अनुसूचित जाति वर्ग से एचएएस, अंशुल कुमार डीईओ,
शिखा तहसीलदार और आर्थिक तौर पर कमजोर वर्ग से
कर्म चंद तहसीलदार के पद के लिए चुने गए हैं।