डासना मंदिर विवाद के बाद सोशल मीडिया पर आवाज उठने लगी है कि मंदिर के बाहर बोर्ड लगाया जाए कि हिंदुओं के धार्मिक स्थल में मुसलमानों का प्रवेश वर्जित है। ये विवाद अब हिमाचल भी पहुंच गया है।
हिमाचल के प्रसिद्ध शक्ति पीठ ज्वाला देवी
ट्रस्ट में दो मुस्लिमों की नियुक्ति हुई है, लेकिन सोशल मीडिया पर ये भ्रम फैलाया
जा रहा है कि ये नियुक्त जयराम सरकार के कार्यकाल में हुई है, लेकिन हकीकत क्या है
इसके बारे में जानने के बाद आप क्या सोचते हैं उसके बारे में कमेंट बॉक्स में अपनी
प्रतिक्रिया जरूर दें।
Any idea about this? pic.twitter.com/v290reRLcc
— Subramanian Swamy (@Swamy39) March 21, 2021
ये है सच्चाई
दरअसल पूर्व की वीरभद्र सरकार के कार्यकाल में जशनदीन और शकीन मोहम्मद की नियुक्ति ज्वालादेवी मंदिर में हुई और ये दोनों मंदिर में प्रसाद बनाने का काम करते हैं।
हिंदुओं की भावनाएं आहत न हों इसके लिए मौजूदा जयराम सरकार ने इन
दोनों कर्मचारियों का दूसरे विभाग में ट्रांसफर कर दिया। बाकायदा कांगड़ा डीसी ने
ट्रांसफर ऑर्डर जारी किए हैं।