हिमाचल प्रदेश की काजा पंचायत ने ऐसा फैसला लिया है जो पूरे प्रदेश
में मिसाल बन गया। दरअसल काजा पंचायत ने ताश और जुआ खेलने पर प्रतिबंध लगा दिया है।
लाहौल स्पीति जिले में आने वाले पंचायत काजा के
प्रधान और पंचायत प्रतिनिधियों ने मिलकर फैसला लिया है कि पंचायत में अगर कोई भी
ताश खेलता या जुआ खेलता पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पंचायत ने
तय किया है कि अगर ताश या जुआ खेलते कोई पकड़ा गया तो उससे 40 हजार रुपये जुर्माना
वसूला जाएगा।
हिमाचल की एक पंचायत पूरे राज्य के लिए बनी मिसाल, प्रधान, पंचों, ग्रामीणों ने लिया बड़ा फैसला
वहीं चंबा की पंचायत सराहन ने भी शराबबंदी का
ऐतिहासिक फैसला लिया है। शराबबंदी करने वाली ये पहली पंचायत है। पंचायत प्रधान पवन
कुमार का कहना है कि पंचायत में अब कोई भी शराब का ठेका नहीं खुलेगा। अगर पंचायत
में कोई अवैध रूप से शराब बेचता हुआ पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की
जाएगी। इतना ही नहीं उसे पंचायत द्वारा मिलने वाली सरकारी स्कीमों का लाभ भी नहीं
मिलेगा।
नोट:-
अगर आपकी पंचायत ने भी कोई ऐसा सराहनीय काम किया
है तो हमें कमेट बॉक्स में जानकारी दें। साथ ही पंचायत प्रधान, ग्रामीणों की
तस्वीर भी भेजें ताकि आपकी पंचायत की इस खबर को हम प्रमुखता से प्रकाशित कर सकें।