छत्तीसगढ़ के बीजापुर में शनिवार को नक्सलियों के हमले में 23 जवान शहीद हो गए। शहीद जवानों ने कोबरा बटालियन, डीआरजी, एसटीएफ और बस्तरिया बटालियन का एक जवान भी शामिल है। बताया जा रहा है कि सीआरपीएफ के सेकेंड इन कमांडर संदीप द्विवेदी ने साहस और शौर्य दिखाते हुए नक्सलियों को लोहे के चने चबवा दिए। अभी फिलहाल रायपुर के एक प्राइवेट अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है।
नक्सलियों से लोहा लेते हुए 22 जवान शहीद, किसी ने भाई, किसी ने बेटा, किसी ने अपने पापा को खोया
दरअसल नक्सल विरोधी अभियान
के लिए कोबरा बटालियन, डीआरजी और एसटीएफ की टीम निकली थी और इस ऑपरेशन को संदीप
द्विवेदी लीड कर रहे थे। तभी नक्सलियों ने जवानों पर फायरिंग शुरू कर दी। संदीप
द्विवेदी ने जवाबी कार्रवाई करते हुए टीम को फायरिंग के ऑर्डर दिए और नक्सलियों के
घातक एंबुस को भी तोड़ा। सीआरपीएफ के सेकेंड इन कमांडर संदीप द्विवेदी जब फायरिंग कर
रहे थे तो नक्सलियों की गोलियां उनके बाजू पर लगी थीं, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं
हारी और घायल जवानों को सुरक्षित जगह पहुंचाने में लगे रहे। अगर संदीप द्विवेदी
एंबुस को तबाह नहीं करते तो कई और जवानों की जान जा सकती थी।
आपको बता दें कि शनिवार
को नक्सलियों के हमले में पहले 5 जवानों के शहीद होने की खबर आई। हमले में 30 जवान
घायल हुए और 21 जवान लापता थे। रविवार को 18 जवानों के शव मिलने से शहीद हुए
जवानों की संख्या 23 हो गई।
दुश्मनों से लोहा लेते हुए भारत मां के 5 लाल शहीद, 30 घायल और 21 लापता, वीडियो
केंद्रीय गृह मंत्री अमित
शाह सोमवार को जगदलपुर पहुंचे और शहीदों को श्रद्धांजलि दी। वहीं भूपेश बघेल ने
कहा कि केंद्र और राज्य सरकार मिलकर नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं। इस
संकट की घड़ी में पूरा देश जवानों के साथ खड़ा है।