स्मार्ट सिटी में चयन होने के बाद धर्मशाला कितना बदला ? मौजूदा जयराम सरकार ने शहर को स्मार्ट बनाने के लिए क्या काम किया ? ये सवाल आप सब के जहन में होगा। इन्हीं सवालों के जवाब दे रहे धर्मशाला में रहने वाले लोग।
मोदी सरकार ने स्मार्ट सिटी मिशन की शुरुआत आम जनता का जीवन बेहतर बनाने और सुविधाएं देने के लिए की थी। इससे देश के समग्र विकास को बढ़ावा मिल रहा है साथ ही आम लोगों का जीवन भी काफी आसान हो रहा है। शहरों में आधारभूत सुविधाओं का विकास भी हो रहा है ताकि यहां के नागरिकों को स्वच्छ और स्थायी वातावरण दिया जा सके। योजना के तहत स्मार्ट सिटी में चयनित शहरों में तकनीक को बढ़ावा दिए जाने के लिए काम किया।
स्मार्ट सिटी में चयनित धर्मशाला शहर में भी इस योजना के सार्थक परिणाम दिख रहे हैं और धीरे-धीरे लोगों के जीवन स्तर में परिवर्तन आ रहा है।
धर्मशाला के निवासी विजय शर्मा का कहना है कि धर्मशाला स्मार्ट सिटी बनने के बाद वह धीरे धीरे बदलाव देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि धर्मशाला शहर में पहले बिजली की तारों का जाल फैला हुआ था। स्मार्ट सिटी बनने के बाद इन तारों को अंडर ग्राउंड किया जा रहा है। जिससे कि धर्मशाला शहर की खूबसूरती बढ़ रही है, साथ ही गलियों में टाइलें भी डाली जा रही हैं, जिससे कि गलियों की चौड़ाई भी बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी बनने से धर्मशाला में सफाई व्यवस्था बेहतर हो गई है।
वहीं रविकांत का कहना है कि स्मार्ट सिटी बनने से धर्मशाला में कई तरह के बदलाव आए हैं। उन्होंने कहा कि जो रास्ते पहले कच्चे थे और बार-बार उन्हें मेंटेन करना पड़ता था। अब टाइलें डालने से शहर में नई लुक मिल रही है और ऐसा लगता है कि शहर में कुछ नया हो रहा है। रविकांत ने कहा कि नालों का चैनेलाइजेशन होने से पानी की सही निकासी हो रही है और अब सड़कों और रास्तों पर पानी खड़ा नहीं रहता है, साथ ही सीवरेज की व्यवस्था भी बहुत बेहतर हो गई है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा भी स्मार्ट सिटी में कई प्रकार के कार्य प्रगति पर है जिससे आने वाले समय में धर्मशाला शहर की कायाकल्प हो जाएगी।
धर्मशाला की निवासी मंजू शर्मा का कहना है कि जब से धर्मशाला का चयन स्मार्ट सिटी के रूप में हुआ है यहां पर लोगों की सुविधाओं में इजाफा देखने को मिला है। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी बनने के बाद घर-घर से कूड़ा उठाने की व्यवस्था लागू की गई है। जिससे पर्यटन नगरी में सफाई व्यवस्था बेहतर हुई है। मंजू ने कहा कि धर्मशाला में स्मार्ट रोड व स्मार्ट बस स्टॉप का कार्य चल रहा है। साथ ही स्मार्ट सिटी के तहत सीवरेज के पानी को ट्रीट करके दोबारा से यूज करने लायक बनाया जा रहा है। जिससे कि लोगों को काफी लाभ होगा। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी के तहत शहर में अत्याधुनिक पार्कों का निर्माण किया जा रहा है, जिसमें बच्चों के खेलने के साथ-साथ महिलाओं और बुजुर्गों के लिए भी बेहतर व्यवस्थाएं की गई है। उन्होंने कहा कि निश्चित तौर से स्मार्ट सिटी के तहत चल रहे प्रोजेक्टों का कार्य पूर्ण होने के उपरांत लोगों को और अधिक बेहतर सुविधाएं मिल पाएंगी
राजेश वर्मा का कहना है कि स्मार्ट सिटी बनने के बाद धर्मशाला में आने वाले कूड़े कचरे के प्रबंधन पर बेहतर कार्य हुआ है और डोर टू डोर कूड़ा उठाने की व्यवस्था से लोगों को आम जगह पर कूड़ा फेंकने की जरूरत नहीं रही है। लोगों को एक स्वच्छ धर्मशाला मिल रहा है। स्मार्ट सिटी के तहत बच्चों को खेलने के लिए ग्राउंड का निर्माण किया गया है साथ ही कई पार्कों का निर्माण कार्य चला हुआ है। शहर में स्ट्रीट लाइट व्यवस्था को भी बेहतर किया गया है। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी के तहत बहुत सारे कार्य पाइप लाइन में है।
धर्मशाला की ही निवासी कीर्ति का कहना है कि शहर में बहुत सारे बदलाव देखने को मिल रहे हैं। कई स्मार्ट प्रोजेक्टों पर कार्य जारी है स्मार्ट सिटी बनने से लोगों को बेहतर पानी, बिजली व्यवस्था के साथ-साथ अच्छी सड़कें व रास्ते की सुविधा भी मिल रही है।