चमोली। उत्तराखंड के चमोली जिले में रविवार को ग्लेशियर टूटने से बड़ा हादसा हो गया। ये हादसा नंदा देवा नेशनल पार्क स्थित कोर जोन में हुआ है।Prayers in the face of nature’s fury. Today at Chamoli disaster situation after Nandadevi glacier broke down. Status of dam. For disaster emergency contact 9557444486. pic.twitter.com/qDhIvh9HF2
— Parveen Kaswan, IFS (@ParveenKaswan) February 7, 2021
A disaster was reported at Raini village at around 1045 am, affecting two dam sites in Chamoli. Immediate instructions were issued to take stock of the situation and take emergency measures. Simultaneously, state’s disaster response mechanism was activated. #Uttarakhand
— Trivendra Singh Rawat (@tsrawatbjp) February 7, 2021
State Chief Secretary, disaster management department and my own team is at the control centre and monitoring the situation on real time basis and they have been instructed to take all appropriate actions necessary to deal with the emerging situation #Uttarakhand
— Trivendra Singh Rawat (@tsrawatbjp) February 7, 2021
NDRF की कुछ और टीमें दिल्ली से Airlift करके उत्तराखंड भेजी जा रही हैं। हम वहाँ की स्थिति को निरंतर मॉनिटर कर रहे हैं। https://t.co/BVFZJiHiWY
— Amit Shah (@AmitShah) February 7, 2021
बांध टूटने से वहां पर काम कर रहे कई मजदूरों और
घरों के बहने की आशंका है। प्रशासन की तरफ से जानकारी मिली है कि करीब 150 लोग
लापता हुए हैं।
Am constantly monitoring the unfortunate situation in Uttarakhand. India stands with Uttarakhand and the nation prays for everyone’s safety there. Have been continuously speaking to senior authorities and getting updates on NDRF deployment, rescue work and relief operations.
— Narendra Modi (@narendramodi) February 7, 2021
राहत की खबर ये है कि नंदप्रयाग से आगे अलकनंदा नदी का बहाव सामान्य हो गया है। नदी का जलस्तर सामान्य से अब 1 मीटर ऊपर है लेकिन बहाव कम होता जा रहा है। राज्य के मुख्य सचिव, आपदा सचिव, पुलिस अधिकारी एवं मेरी समस्त टीम आपदा कंट्रोल रूम में स्थिति पर लगातार नज़र रख रही है। pic.twitter.com/MoY3LX49rF
— Trivendra Singh Rawat (@tsrawatbjp) February 7, 2021
आप 1905 पर भी सम्पर्क कर सकते हैं https://t.co/WnpJRbcUek
— Trivendra Singh Rawat (@tsrawatbjp) February 7, 2021
अगर आप प्रभावित क्षेत्र में फंसे हैं, आपको किसी तरह की मदद की जरूरत है तो कृपया आपदा परिचालन केंद्र के नम्बर 1070 या 9557444486 पर संपर्क करें। कृपया घटना के बारे में पुराने वीडियो से अफवाह न फैलाएं।
— Trivendra Singh Rawat (@tsrawatbjp) February 7, 2021
मैं स्वयं घटनास्थल के लिए रवाना हो रहा हूँ - मेरी सभी से विनती है कि कृपया कोई भी पुराने video share कर panic ना फैलाएँ। स्थिति से निपटने के सभी ज़रूरी कदम उठा लिए गए हैं । आप सभी धैर्य बनाए रखें।
— Trivendra Singh Rawat (@tsrawatbjp) February 7, 2021
उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने
ट्वीट कर लोगों को सलाह दी कि अफवाहों से बचें। फिलहाल आपदा प्रबंधन इस त्रासदी से
निपट रहा है। उन्होंने एक और ट्वीट किया और लिखा कि मैं खुद घटनास्थल के लिए रवाना
हो रहा हूं। मेरी सभी से विनती है पुराने वीडियो शेयर कर अफवाह न फैलाएं। एसडीआरएफ
का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
#WATCH | 3 NDRF teams have reached there. More teams are ready to be airlifted to Uttarakhand from Delhi. ITBP jawans are also there. I assure people of Uttarakhand that Modi govt stands with them in this difficult time. All help will be extended: HM Amit Shah pic.twitter.com/lYxOhr8T2Y
— ANI (@ANI) February 7, 2021
#WATCH | Water level in Dhauliganga river rises suddenly following avalanche near a power project at Raini village in Tapovan area of Chamoli district. #Uttarakhand pic.twitter.com/syiokujhns
— ANI (@ANI) February 7, 2021
जानकारी के अनुसार ITBP के जवान भी घटनास्थल पर
पहुंचे हैं और रेस्क्यू ऑपरेशन में मदद कर रहे हैं। सीएम ने ही ट्वीट कर बताया कि
अलकनंदा के पास के इलाकों के लोगों को सुरक्षित निकाला जा रहा है। अलकनंदा के
प्रवाह को रोकने के लिए श्रीनगर बांध और ऋषिकेश बांध को खाली किया गया है।
ITBP personnel assess the damages in Tapovan and area of Reni where flash flood occurred earlier today. (Photo source: ITBP) pic.twitter.com/8qDJcsbbDt
— ANI (@ANI) February 7, 2021
उत्तराखंड सरकार ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया
है। 1070 या 9557444486 पर कॉल कर जानकारी दें अगर आप प्रभावित इलाके में फंसे
हैं।
इसके अलावा हरिद्वार समेत कई इलाके हाई अलर्ट पर हैं और इलाकों को खाली कराया जा रहा है।