हिमाचल पथ परिवहन निगम का वो ड्राइवर को खुद तो इस दुनिया को अलविदा कह गया, लेकिन जाते-जाते कई यात्रियों की जान बचा गया। इन्हें हमेशा याद किया जाएगा।
जी हां, सरकाघाट के उपमंडल के तहत सधोट गांव का मामला है। एचआरटीसी ड्राइवर श्याम लाल हर रोज की तरह सरकाघाट से ऊवाह देवी रूट पर सवारियों को लेकर जा रहे थे। सधोट गांव के पास पहुंचते ही श्याम लाल के सीने में बहुत तेज दर्द हुआ, जैसे ही बस उनके नियंत्रण से बाहर होने लगी उन्होंने बस को रोक कर सवारियों को उतरने के लिए कहा।
इसके बाद श्याम लाल अपनी सीट पर बेहोश हो गए।
मौके पर मौजूद सवारियों ने सोशल मीडिया के माध्यम से खबर लोगों तक पहुंचाई और फोन
कर उच्च अधिकारियों को सूचना दी। आरएम ने दूसरी बस का इंतजाम कर सवारियों को
गंतव्य तक पहुंचवाया और श्याम लाल को अस्पताल में भर्ती करवाया। डॉक्टर्स ने
स्थिती गंभीर होती देख श्याम लाल को हमीरपुर रेफर कर दिया जहां उनकी मौत हो गई।
क्षेत्रीय प्रबंधक नरेंद्र शर्मा ने बताया कि श्याम लाल ने अपनी जान की परवाह किए बगैर सवारियों की जान बचाई। उन्होंने कहा कि श्याम लाल के परिवार को हर संभव मदद दी जाएगी।