याद है ये चेहरा या भूल गए... पुलवामा हमले में शहीद हुए देहरादून के मेजर विभूति ढौंडियाल की आज दूसरी बरसी है। उनकी शहादत को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। शादी के 10 महीने बाद भी विभूति शहीद हो गए थे।
रोती-बिलखती पत्नी एक ही बात कह रही थीं कि
उन्होंने अपनी शादी की सालगिरह पर घर आने का वादा किया पर ये तो तिरंगे में लिपट
कर आए हैं।
मेजर विभूति की शादी 18 अप्रैल 2018 को हुई थी।
जनवरी 2019 में छुट्टी पूरी कर वो वापस ड्यूटी पर लौटे थे, लेकिन फिर कभी घर वापस
नहीं आए।
शहीद मेजर विभूति का बचपन से सेना में जाने का
सपना था। सेना में जाने के मकसद से दौड़ लगानी और ट्रेनिंग की तैयारी उन्होंने
सातवीं से शुरू की थी।
पुलवामा हमले की दूसरी बरसी
आज पुलवामा हमले की दूसरी बरसी है। दो साल पहले
आज ही के दिन देश-ए-मोहम्मद के एक फिदायीन आतंकी दस्ते ने पुलवामा में सीआरपीएफ की
टुकड़ पर हमला किया था। इस हमले में 40 जवान शहीद हुए थे। भारतीय सेना ने 40
जवानों की शहादत का बदला लेते हुए पीओके में एयर स्ट्राइक की थी।
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए इस आतंकी हमले
को दो साल हो गए, लेकिन आज भी वो घटना लोगों के जहन में है। आतंकवादियों ने 14
फरवरी का दिन चुना था इस साजिश के लिए। जम्मू-कश्मीर के पुलावामा में आतंकियों ने
अपने विस्फोटक सामग्री भरी हुई थी। आतंकियों ने अपने वाहन से सीआरपीएफ के ट्रक को
टक्कर मारी और धमाका हो गया, जिसमें 40 जवान शहीद हुए थे।
40 जवानों की शहादत का बदला भारतीय सेना ने पीओके
में एयर स्ट्राइक की थी। सेना ने पीओके में कई सौ किलोमीटर अंदर जाकर आतंकी ठिकाने
ध्वस्त किए और आतंकियों को मार गिराया था।
पुलवामा हमले को अंजाम देने वाले आदिल, कारी
यासिर, सज्जाद भट्ट, उमर फारुक, मुदसिर अहमद खान और उनके कई साथी भी मारे जा चुके
हैं। इसमें राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने भी अहम भूमिका निभाई थी। अगस्त 2020 में
एनआईए ने 13,500 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की थी। इस चार्जशीट में 19 आरोपियों के
नाम शामिल किए गए थे जिनमें से 6 की मौत हो चुकी थी। मारे गए 6 आतंकी अलग-अलग
ऑपरेशन में जहन्नुम पहुंचाए गए थे।
एनआईए ने चार्जशीट में बताया था कि आतंकी संगठन
जैश-ए-मोहम्मद ने आईएसआई और पाकिस्तान की कई सरकारी एजेंसियों के साथ मिलकर
पुलवामा हमले की साजिश को अंजाम दिया था। एनआईए की चार्जशीट में जिन जिंदा
आरोपियों के नाम हैं उनमें सबसे ऊपर जैश सरगना मसूद अजहर, रउफ असगर मसूद, मौलाना
अम्मार अली के नाम मुख्य हैं।