शिमला। देश भर में वैश्विक महामारी कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं। हिमाचल में भी प्रतिदिन कोविड मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है, लेकिन क्या संपूर्ण लॉकडाउन ही इसका समाधान है या फिर हर व्यक्ति को एहतियात बरतना चाहिए।
पिछले साल
लॉकडाउन की वजह से हिमाचल के पर्यटन क्षेत्र को बहुत बड़ा झटका लगा। होटल कारोबारियों
और पर्यटन क्षेत्र से जुड़े अन्य लोगों को करोड़ों का नुकसान हुआ। इस बार हिमाचल
सरकार हर परिस्थिति से निपटने की स्थिति में दिखाई दे रही है और पिछली बार की तरह
हर वर्ग का ध्यान भी रखा जा रहा है।
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सीएम जयराम ने
कहा कि पर्यटकों के प्रदेश में आने पर पूर्व पाबंदी नहीं लगाई गई है, लेकिन
पर्यटकों को राज्य में सरकार द्वारा जारी की गई गाइडलाइंस का पालन करना होगा।
उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना के बढ़ते मामलों के दृष्टिगत सरकार ने
फैसला लिया है कि आगामी 16 अप्रैल से हाई लोड वाले राज्यों (जिन राज्यों में कोरोना के मामले ज्यादा हैं)
से हिमाचल आने वालों को 72 घण्टे पहले की आरटीपीसीआर नेगटिव रिपोर्ट लानी होगी।
मुख्यमंत्री
जयराम ठाकुर ने कोविड के बढ़ते मामलों से निपटने के लिए अधिकारियों के साथ बैठक
की। सीएम ने कहा, पंजाब, दिल्ली, महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक, राजस्थान, उत्तर
प्रदेश से आने वाले लोगों को आरटीपीसीआर की नेगेटिव रिपोर्ट लानी होगी।
सीएम ने कहा कि वायरल का तेजी से फैलना चिंता का विषय है। 45 दिनों के भीतर 10690 कोरोना के मामले सामने आए हैं। वहीं 120 लोगों की मौत हुई है।