कोरोना महामारी ने लाखों लोगों की जिंदगी छीन ली। कई लोगों ने अपनों को खो दिया। अभी भी ये वायरल दुनिया में कहर बरपा रहा है। आज की तारीख में कोरोना से सबसे ज्यादा हालात खराब भारत में हैं। 5 मई को भारत में 4 लाख 12 हजार केस आए थे वहीं पिछले यानि 6 मई को देश में 4 लाख 14 हजार से ज्यादा केस आए हैं और 3,920 लोगों ने जान गंवाई। कोरोना से बचने के लिए जितनी जरूरी दवाएं और ऑक्सीजन है। उससे कहीं ज्यादा जरूरी योग है। बहुत से योगासन ऐसे हैं जो आपको कोरोना से होने वाली समस्याओं से बचा सकते हैं।
अनुलोम
विलोम
अनुलोम
विलोम यानि नाड़ी शोधन प्राणायाम होता है। अनुलोम का अर्थ होता है दाईं नासिका और
विलोम का अर्थ होता है वाईं नासिका और प्राणायाम का अर्थ होता सांस लेना। अनुलोम-
विलोम प्राणायाम का अर्थ होता है दाईं और बाईं नासिका सांस लेना। योग गुरु बाबा
रामदेव कहते हैं कि नियमित अनुलोम विलोम करने से फेफड़े और दिल मजबूत होता है।
ऑक्सीजन की समस्या भी खत्म हो जाती है। इसलिए अनुलोम-विलोम नियमित रूप से करें।
शीतली प्राणायाम
ये प्राणायाम भी शरीर में ऑक्सीजन की कमी को
दूर करता है। इस प्राणायाम से शरीर को ठंडा रखने की कोशिश की जाती है। सबसे पहले
वज्र आसन में बैठ जाएं और फिर अपने मुख को अंग्रेजी के ओ की शेप में बनाएं और लंबी
श्वास लें और फिर नाक से छोड़ें। ऐसा बार-बार करने से आप अंदरूनी तौर पर काफी राहत
महसूस करेंगे और अगर आपका ऑक्सीजन सेचुरेशन कम हो रहा है तो तुरंत बढ़ना भी शुरू
हो जाएगा।
बाबा रामदेव के बताए गए योग से मात्र 10 सेकंड में ऑक्सीजन लेवल 100 तक लेकर जाएं। #BabaRamdev #OxygenLevel #Oxygen pic.twitter.com/3dwcjx2h4n
— Ritam | ऋतम् (@TheRitamApp) May 6, 2021
सकारात्मक
सोच रखें और योग करें
कोरोना
से बचाव के लिए सकारात्मक सोच और योग करें। योग से ही दिनचर्या की शुरुआत करने
वाले लोग अभी अपने घरों की छत, बालकनी और आंगन
में बैठकर ही योग, प्रणायाम, ध्यान कर
रहे हैं। बुजुर्ग, महिलाएं और बच्चे भी साथ में योग कर
कोरोना से बचाव करने के लिए तैयार हैं। शहर में 60 वर्ष से
अधिक उम्र के भी अनेक बुजुर्ग भी प्रतिदिन सुबह-शाम योग कर रहे हैं। योग से जुड़े
शहर के कुछ बुजुर्गो में युवा सरीखी फूर्ति है, बीमारियों ने
आसपास भटकना भी छोड़ दिया है।
कोरोना
को मात दे चुके लोगों का कहना है कि कोरोना से डरने नहीं सिर्फ सावधान रहने की जरूरत
है। योग से कोरोना का बचाव पूरी तरह से संभव है और योगासन के साथ ही कुछ प्रणायााम
ऐसे हैं, जिनसे शरीर में आक्सीजन की मात्रा बढ़ती
है, लंग्स स्वस्थ रहते हैं। प्रतिदिन योगासन, प्रणायाम और ध्यान करने से कोरोना के साथ ही अन्य रोगों से भी बचाव संभव
है।