मंडी। हिमाचल के मंडी जिले की सदर सीट से विधायक अनिल शर्मा पर उनकी बड़ी बहू राधिका शर्मा ने दहेज के लिए प्रताड़ित करने के आरोप लगाए हैं। परिवार की कलह अब सोशल मीडिया पर खुलकर आ गई है। पत्नी राधिका शर्मा की पोस्ट के बाद पति आश्रय ने अपने फेसबुक अकाउंट पर पोस्ट लिखी कि “मेरी पत्नी राधिका गंभीर शर्मा का फेसबुक अकाउंट हैक हो गया है। उस अकाउंट से किसी ने हमारे पूरे परिवार को बदनाम करने की साजिश रचि है। मेरा आप सभी से अनुरोध है कि आप उस अकाउंट से डाली गई पोस्ट को गंभीरता से न लें। हमारा परिवार पूरी तरह से एकजुट है और ऐसी कोई भी बात नहीं है जो उस पोस्ट के माध्यम से कही गई है।“
आश्रय शर्मा की पोस्ट के बाद उनके पिता अनिल शर्मा ने छोटू बहू अर्पिता खान शर्मा की पोस्ट को अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर कर दिया। अनिल शर्मा के पोस्ट शेयर करते ही पूरा मामला जगजाहिर हो गया।
सबसे पहले जानिए आखिर राधिका हैं कौन ?
राधिका गंभीर शर्मा, हिमाचल में कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे सुखराम की पौत्रबधू और पूर्व कैबिनेट मंत्री और वर्तमान में मंडी की सदर सीट से विधायक अनिल शर्मा की पुत्रवधू हैं। आश्रय शर्मा की पत्नी राधिका, अनिल शर्मा की बड़ी बहू हैं और मशहूर क्रिकेटर गौतम गंभीर की चचेरी बहन हैं।
बहू राधिका ने ससुर अनिल शर्मा पर लगाए आरोप
राधिका ने अपने फेसबुक पेज पर पोस्ट डाली, जिसमें उन्होंने ससुर अनिल शर्मा द्वारा भेजे गए नोटिस की कॉपी को शेयर किया और लिखा, 'आज मेरे ससुर ने मुझे हमारे होटल में सैलून चलाने के लिए नोटिस भेजा है। दहेज प्रताड़ना के 6 साल बाद जब मेरे परिवार ने उनको और पैसे देने से मना कर दिया तो उन्होंने मुझे यह नोटिस भेजा है। आज मेरे ससुराल वालों से मेरे सारे संबंध टूट गए हैं। यह सब सिर्फ इसलिए कि उन्हें अपने मंत्रालय से इस्तीफा देना पड़ा था। पैसे और सत्ता की भूख सब जानते है। 9 महीने की गर्भवती होने पर उन्होंने मुझे घर से निकाल दिया। एक शख्स जो 93 साल की उम्र के अपने ही पिता को घर से निकाल सकते हैं और अपने ही बेटे के साथ ऐसा कर सकते हैं, मैं उससे क्या उम्मीद कर सकती हूं लेकिन, अगर मेरा परिवार यानी सदर के लोग मेरे साथ खड़े हैं तो मुझे किसी बात का डर नहीं है। हम पीछे हटने वाले नहीं हैं।'
राधिका की पोस्ट डिलीट और आश्रय की सफाई
करीब आधे घंटे बाद यह पोस्ट राधिका के अकाउंट से डिलीट कर दी गई। तब तक लोग इसके स्क्रीन शॉट ले चुके थे और उनका पोस्टं सोशल मीडिया में वायरल हो गया था। रात करीब पौने 9 बजे आश्रय शर्मा ने अपने फेसबुक अकाउंट से पोस्ट डाली और मामले को दबाने का प्रयास किया। उन्होंने लिखा, 'जरूरी सूचना: मेरी पत्नी राधिका गंभीर शर्मा का फेसबुक अकाउंट हैक हो गया है. उस अकाउंट से किसी ने हमारे पूरे परिवार को बदनाम करने की साजिश रची है। मेरा आप सभी से अनुरोध है कि आप उस अकाउंट से डाली गई पोस्ट को गंभीरता से न लें। हमारा परिवार पूरी तरह से एकजुट है और ऐसी कोई भी बात नहीं है जो उस पोस्ट के माध्यम से कही गई है।' इसके बाद लगने लगा कि शायद किसी ने सच में बदनाम करने की साजिश रची हो, लेकिन उसके बाद अनिल शर्मा ने एक पोस्ट डालकर पूरे मामले से पर्दा ही हटा दिया।
ससुर के पक्ष में उतरी छोटी बहू
इसके बाद रात करीब सवा 10 बजे अनिल शर्मा ने अपने फेसबुक अकाउंट पर मुंबई से अपनी छोटी बहू यानी सलमान खान की बहन अर्पिता खान शर्मा की तरफ से मंडी वासियों के नाम भेजे गए संदेश को शेयर किया। इससे पूरे परिवार का अंर्तकलह सामने आ गई। अर्पिता ने अपने भेजे हुए संदेश में लिखा, 'मैं यह संदेश बहू होने के नाते नहीं, बल्कि बेटी होने के नाते लिख रही हूं. एक मुस्लिम होने के बाद भी पिछले 7 वर्षों से इस परिवार ने मुझे अपने बच्चे की तरह अपनाया है। अनिल शर्मा मेरे ससुर ही नहीं, बल्कि मेरे पिता हैं और वे एक आदर्शवादी इंसान हैं। मैं हैरान हूं कि राधिका ने इस तरह के आरोप कैसे लगा दिए। हमारी शादी में दहेज जैसी कोई बात नहीं हुई थी। यहां तक कि अनिल शर्मा ने उपहार तक लेने से इनकार कर दिया था। राधिका ने अनिल शर्मा की वर्षों की मेहनत को मिट्टी करने की कोशिश की है। मेरे पास राधिका ने कई बार मंडी के प्रति अनाप-शनाप बातें कहीं और आज वो उसी मंडी की जनता से सहयोग मांग रही हैं। प्रेगनेंसी के दौरान घर से बाहर निकलने की बात पूरी तरह से झूठी है। राधिका उस समय हमारे दिल्ली वाले निवास पर थीं और उनका पूरा ख्याल रखा गया है। मेरी सास पहली इंसान थीं जो डिलीवरी के बाद हास्पिटल पहुंची थीं। परिवार की बातें बाहर करना हमारे उसूलों के खिलाफ है, लेकिन राधिका की परवरिश शायद अलग माहौल में हुई है जो इस तरह की बातें सरेआम कर रही हैं। मैं अपने ससुर अनिल शर्मा के साथ खड़ी हूं और जो आरोप लगाए जा रहे हैं वे बेबुनियाद और निजी स्वार्थ के लिए ही हैं।
अनिल शर्मा के नोटिस में क्या लिखा था ?
डियर राधिका। होटल द रिजेंट पॉम का एक हिस्सा आपको सैलून के रूप में रेंट बेसिस पर इस्तेमाल करने के लिए सितंबर 2018 में दिया गया था। उसको बनाने में 24 लाख खर्च आया था और इस खर्च को कंपनी द्वारा ही उठाया गया था। आपने एक बार भी इसका किराया नहीं दिया। इस सैलून से जो कमाई हुई उसको भी आपने अपने पास रखा और कंपनी को उससे कुछ नहीं मिला। मासिक किराया 65 हजार रुपये था जिसमें बिजली-पानी कंपनी की तरफ से था। आपने इसकी एक भी किश्त नहीं दी. 33 महीनों का यह किराया 21 लाख 45 हजार बनता है। अब होटल को लीज पर दे दिया गया है, इसलिए आप जल्द से जल्द इन पैसों का भुगतान करें ताकि आप कानूनी कार्रवाई से बच सकें।'